'महात्मा गाँधी' के बारे में तो देश-विदेश में बहुत सा साहित्य लिखा गया है लेकिन कस्तूरबा गाँधी के बारे में ऐसा साहित्य दुर्लभ है.
'हमारी बा' पुस्तक में कस्तूरबा गाँधी का जीवन चरित प्रस्तुत किया गया है. इसे वनमाला पारीख और सुशीला नय्यर ने लिखा है जिन्होंने गाँधी जी के साथ आजादी की लड़ाई में भाग लिया था .
कस्तूरबा गाँधी, महात्मा गाँधी के स्वतंत्रता कुमुक की पहली महिला प्रतिभागी थीं। कस्तूरबा गाँधी का अपना एक दृष्टिकोण था, उन्हें आज़ादी का मोल और महिलाओं में शिक्षा की महत्ता का पूरा भान था। स्वतंत्र भारत के उज्ज्वल भविष्य की कल्पना उन्होंने ने भी की थी।
उन्होंने हर क़दम पर अपने पति मोहनदास करमचंद गाँधी जी का साथ निभाया था। 'बा' जैसा आत्मबलिदान का प्रतीक व्यक्तित्व उनके साथ नहीं होता तो गाँधी जी के सारे अहिंसक प्रयास इतने कारगर नहीं होते। कस्तूरबा ने अपने नेतृत्व के गुणों का परिचय भी दिया था। जब-जब गाँधी जी जेल गए थे, वो स्वाधीनता संग्राम के सभी अहिंसक प्रयासों में अग्रणी बनी रहीं।
अवश्य पढ़ें।
फाइल का आकर: 6 Mb
डाउनलोड लिंक :(Megaupload)
कृपया यहाँ क्लिक करें
या
डाउनलोड लिंक :(Multi Mirror)
कृपया यहाँ क्लिक करें
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें)
ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
अगर आपको ये पुस्तक पसंद आई हो तो इसे नीचे दिए गए लिंक से फेसबुक पर लाइक करें!
1 टिप्पणियां:
अच्छे लेख औ सुंदर लिंकों के लिए आभार !!
एक टिप्पणी भेजें
आपकी टिप्पणियां हमारी अमूल्य धरोहर है। कृपया अपनी टिप्पणियां देकर हमें कृतार्थ करें ।