'कौन कहता है अकबर महान था?' श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक की पुस्तक है। इसमें उन्होंने ये साबित करने की कोशिश की है कि अकबर एक दुराचारी राजा था और उसने काफी अत्याचार भारतीय जनता पर किये थे।
इसके विषय में उन्होंने कई प्रमाण भी दिए है.इसमें उन्होंने ये साबित करने की कोशिश की है कि अकबर एक दुराचारी राजा था और उसने काफी अत्याचार भारतीय जनता पर किये थे।
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27 टिप्पणियां:
nice
बहुत बहुत धन्यवाद ..... हो सके तो इन साहब कि सभी पुस्तके उपलब्ध करवाए .....
इसे भी पढ़े और कुछ कहे :-
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/86.html
इसे किसी और पर भी उपलब्ध करवाए , यहाँ से डाउनलोड नहीं हो रही है ... .....
इसे भी पढ़े और कुछ कहे :-
http://thodamuskurakardekho.blogspot.com/2010/09/86.html
बहुत घन्यवाद।
डाउनलोड लिंक ठीक काम कर रहा है। डाउनलोड लिंक दिखाई देने में १ मिनट तक का समय लग सकता है।
हो सकता है आपके Browser में ही कोई दिक्कत हो। धैर्य बनाये रखें ।
- Admin
बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
काव्य प्रयोजन (भाग-९) मूल्य सिद्धांत, राजभाषा हिन्दी पर, पधारें
download is not working, like many other things indian.
pl upload अलग अलग वैतरणी. शिव प्रसाद सिंह
very good efforts and every thing is working fine...
i prase ur hard work for our national language hindi.
to commentor :
plz don't say fraud things in ur comment
आपका बहुत धन्यवाद्, मै यह पुस्तक बहुत दिनों से तलाश कर रहा था.
KABIR KE DOHE AUR RAHEEM KE DOHE JAYDA SE UPLABDH KARAYE TO BADI MEHARBANI HOGI.
DHANYBAD
pahali bhar kisi khoji itihas kar ki kitab padhane ko mili nahi to mekale ne koi kasar nahi chorhi thi
वैधानिक चेतावनी---- आप इस प्रकार से 'श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक' की पुस्तकों को अपनी 'वेबसाईट' के द्वारा नहीं बाँट सकते हैं | इस पुस्तक पर 'श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक' के वारिसों का "कापीराईट" है और इस पुस्तक को छापने और बेचने का अधिकार ---- "हिन्दी साहित्य सदन, करौल बाग़, नई दिल्ली" के पास में है |
अत: आपको वैधानिक चेतावनी दी जाती है कि---- आप इस प्रकार से 'श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक' की पुस्तकों को अपनी 'वेबसाईट' के द्वारा बाँटना तुरंत ही बन्द कर दें ----अन्यथा---- आपके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जायेगी |
'श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक' के द्वारा लिखी गई सभी पुस्तकें "हिन्दी साहित्य सदन, करौल बाग़, नई दिल्ली" ने छापी हैं | अत: आप सभी पाठकों को सलाह दी जाती है कि---- यदि आप लोग 'श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक' के द्वारा लिखी गई पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं तो इस पते पर सम्पर्क करें---- "हिंदी साहित्य सदन, १०/५४, देशबन्धु गुप्ता मार्ग, पुलिस स्टेशन के सामने, करौल बाग़, नई दिल्ली. पिनकोड-- ११०००५"
आप इस पते पर पत्र भेजकर 'श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक' द्वारा लिखी गई पुस्तकें मँगा सकते हैं | आपका पत्र मिलने के बाद में---- आपके द्वारा मँगाई गई पुस्तकें "वी. पी. पी. डाक पैकिट" द्वारा भेज दी जायेंगी---- जिनका भुगतान आपको "वी. पी. पी. डाक पैकिट" को प्राप्त करते समय डाकिया (पोस्टमैन) को करना होगा |
अत: अपनी पसन्द की पुस्तकें आज ही मँगायें | इन्टरनेट पर मुफ्त (फ्री) में पुस्तकें पढ़ने से---- उस पुस्तक के लेखक और प्रकाशक को भारी आर्थिक हानि होती है जिससे वह अन्य अच्छी पुस्तकें लिखने और छापने का प्रयास ही नहीं करते हैं | इस प्रकार से साहित्य जगत को भी हानि होती है |
इसलिये समझदार नागरिक बनें और पुस्तकों को खरीदकर ही पढ़ें | इन्टरनेट पर मुफ्त (फ्री) में पुस्तकें पढ़ना उचित नहीं है |
इस वेबसाइट पर उपलब्ध सभी पुस्तकों के लिंक इन्टरनेट से ल्लिये गयें है . 'अपनी हिंदी' इन सभी लिंक का एक संकलन मात्र है .
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रही बात पुस्तक खरीदने की तो इसमें हम भी लेखकों के साथ है. हमारा सभी पाठकों से अनुरोध है की अगर कोई भी पुस्तक आपको पसंद आती है तो इन पुस्तकों को खरीदकर पढ़े जिससे लेखकों और प्रकाशकों की कुछ सहायता हो सके.
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-Administrator
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एक ही टिप्पणी को "कई-कई बार" इसलिये पोस्ट किया गया है क्योंकि------------- आप भी तो अपनी 'वेब साईट' के द्वारा एक ही लेखक की "कई-कई" पुस्तकों के लिन्क उपलब्ध करा रहे हैं ----------- वह भी उस पुस्तक के लेखक या प्रकाशक की लिखित अनुमति लिये बिना | अस्तु,
आपने लिखा है कि-------------
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please link reupload kare
please re upload kijiye
श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक की पुस्तक - 'कौन कहता है अकबर महान था?'
Author: Admin | Posted at: 7:04 PM | Filed Under: इतिहास, पी.एन. ओक, शोध |
This file does not exist!
This link is not working
इसे किसी और पर भी उपलब्ध करवाए , यहाँ से डाउनलोड नहीं हो रही है ... .....
इसे भी पढ़े और कुछ कहे :-
पुस्तक डाउनलोड नहीं हो रही है कृपया इसमें सुधर करे
This file does not exist!
श्री मान जी आज हमारी हिंदी भाषा का उपयोग यू ही नहीं कम हो रहा है हम अपनी भाषा का प्रचार सही रूप से नहीं कर पते जहा चाहे वहा अपना स्वार्थ देखते है आज कोन पुस्तक खरीकर पड़ता है यहाँ तक अपने विषय से सम्बंधित पुस्तक तक नहीं खरीता है इसलिए अप से अनुरुद्ध है की आप पुस्तक का परकासन ऑनलाइन ही करे
वन्दे मातरम
भारत माता की जय
I am so sorry but this link is not working. whenever i click on this link, the page come up with saying that the file does not exist. Please check the issue.
Thank You
श्री मान जी कृपया LINK सही करे डाउनलोड करने में परेशानी हो रही है
download nahi ho pa rhi hai ,website par file nahi hai yah msg aa rha hai,kripa karke agar kisi mahoday ke pass ya admin se bhi anurodh hai ke kripa karke buddhaditya612@gmail.com par bhej de ,dhnywaad
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