
पथ के साथी में संस्मरण भी है और महादेवीजी द्वारा पढ़े गये कवियों के जीवन-पृष्ठ भी। पथ के साथी में महादेवी वर्मा ने अपने समकालीन रचनाकारों का चित्रण किया है। जिस सम्मान और आत्मीयता के साथ उन्होंने उन महत्त्वपूर्ण साहित्यकारों का जीवन-दर्शन और स्वभावगत महानता को स्थापित किया है, वह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है।
पथ के साथी में संस्मरण भी है और महादेवीजी द्वारा पढ़े गये कवियों के जीवन-पृष्ठ भी। उन्होंने एक ओर इन साहित्यकारों की निकटता, आत्मीयता और प्रभाव का कलात्मक उल्लेख किया है, तो दूसरी ओर उनके समग्र जीवन-दर्शन को परखने का प्रयत्न किया है। यह प्रयत्न महादेवी के चिंतन, अनुभूति और दृष्टिकोण की विशद विशेषताओं को रेखांकित करता है।
पथ के साथी में रवीन्द्रनाथ ठाकुर, मैथलीशरण गुप्त, जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सुमित्रानंदन पंत, सुभद्राकुमारी चौहान तथा सियारामशरण गुप्त के उत्कृष्ट शब्द-चित्र हैं।
फाइल का आकार: 12 Mb
पृष्ठ संख्या: 130
डाउनलोड लिंक :
(निम्न में से कोई भी एक क्लिक करें . अगर कोई लिंक काम नहीं कर रहा है तो अन्य लिंक प्रयोग करके देखें. डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो या डाउनलोड करना नहीं आता तो कृपया यहाँ क्लिक करें)
SendMyWay:
Click here
DepositFiles:
Click HereBayFiles:
Click Here
Rapidshare:
Click Here
Ziddu:
Click Here
Multi-Mirror Download Link:
Click Here(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें)
ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
अगर आपको ये पुस्तक पसंद आई हो तो इसे नीचे दिए गए लिंक से फेसबुक पर लाइक करें!
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book
5 टिप्पणियां:
बहुत बहुत धन्यवाद।
बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
मशीन अनुवाद का विस्तार!, “राजभाषा हिन्दी” पर रेखा श्रीवास्तव की प्रस्तुति, पधारें
बहुत धन्यवाद।
koi bhi kavita download nahi ho rahi hai...
'file removed' likha rehta hai...
kripya files upload kare...
PLEASE SEND IN MY EMAIL ID
एक टिप्पणी भेजें
आपकी टिप्पणियां हमारी अमूल्य धरोहर है। कृपया अपनी टिप्पणियां देकर हमें कृतार्थ करें ।