वह स्थान मंदिर है, जहाँ पुस्तकों के रूप में मूक, किन्तु ज्ञान की चेतनायुक्त देवता निवास करते हैं। - आचार्य श्रीराम शर्मा
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तिलक लगाने के पीछे क्या वैज्ञानिक आधार है?
घर की दीवारों पर कैसे चित्र लगाने चाहिए?
अपने बच्चे की उम्र कैसे जाने?
अपना मूल नक्षत्र कैसे जाने?
परीक्षा और इंटरव्यू में सफलता कैसे प्राप्त करें ?
घर का दरवाजा कैसा होना चाहिए?
घर में वास्तु-दोष कैसे दूर करें?
चौघडिया कैसे देखें?
अगर आप य सब जानना चाहते है तो आज ही '
ज्योतिष-वास्तु रहस्य' को पढना शुरू कर दीजिये.
इसका पता है:
ज्योतिष- वास्तु रहस्य
(http://www.jyotish.tk/)
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धन्यवाद्,
प्रबंधक।
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जय हिंदी | जय भारत
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धर्मवीर भारती का काव्य नाटक
अंधा युग भारतीय रंगमंच का एक महत्वपूर्ण नाटक है। महाभारत युद्ध के अंतिम दिन पर आधारित यह् नाटक चार दशक से भारत की प्रत्येक भाषा में मंचित हो रहा है। इब्राहीम अलकाजी, एम के रैना, रतन थियम, अरविन्द गौड़, राम गोपाल बजाज, मोहन महर्षि और कई अन्य भारतीय रंगमंच निर्देशको ने इसका मंचन किया है ।
इसमें युद्ध और उसके बाद की समस्याओं और मानवीय महात्वाकांक्षा को प्रस्तुत किया गया है। नए संदर्भ और कुछ नवीन अर्थों के साथ अंधा युग को लिखा गया है ।
हिन्दी के सबसे महत्वपूर्ण नाटकों में से एक अंधा युग में धर्मवीर भारती ने ढेर सारी संभावनाएँ रंगमंच निर्देशको के लिए छोड़ी हैं। कथानक की समकालीनता नाटक को नवीन व्याख्या और नए अर्थ देती है । नाट्य प्रस्तुति मे कल्पनाशील निर्देशक नए आयाम तलाश लेता है। तभी इराक युद्ध के समय निर्देशक अरविन्द गौड़ ने आधुनिक अस्त्र-शस्त्र के साथ इसका मन्चन किया ।
काव्य नाटक अंधा युग में कृष्ण के चरित्र के नए आयाम और अश्वत्थामा का ताकतवर चरित्र है, जिसमें वर्तमान युवा की कुंठा और संघर्ष उभरकर सामने आता है।
इसे हमारी नियमित पाठिका 'प्रिंसेस कौशल्या' ने भेजा है, जिसके लिए हम इनके आभारी है।
फाइल का आकार: 3 Mb
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