
यह पुस्तक समर्पित है उन सभी पाठकों को जो इसके लिए पिछले एक साल से लगातार अनुरोध कर रहे है । पिछले एक साल में हमें सबसे ज्यादा अनुरोध इसी पुस्तक के लिए मिले है।
रश्मिरथी, जिसका अर्थ "सूर्य की सारथी" है, हिन्दी कवि रामधारी सिंह दिनकर के सबसे लोकप्रिय महाकाव्य कविताओं में से एक है । रामधारी सिंह दिनकर (२३ सितंबर १९०८- २४ अप्रैल १९७४) भारत में हिन्दी के एक प्रमुख लेखक. कवि, निबंधकार थे।
रश्मिरथी का अर्थ होता है वह व्यक्ति, जिसका रथ रश्मि अर्थात पुण्य का हो। इस काव्य में रश्मिरथी नाम कर्ण का है क्योंकि उसका चरित्र अत्यन्त पुण्यमय और प्रोज्जवल है।
कर्ण महाभारत महाकाव्य का अत्यन्त यशस्वी पात्र है। उसका जन्म पाण्डवों की माता कुन्ती के गर्भ से उस समय हुआ जब कुन्ती अविवाहिता थीं, अतएव, कुन्ती ने लोकलज्जा से बचने के लिए, अपने नवजात शिशु को एक मंजूषा में बन्द करके नदी में बहा दिया। वह मंजूषा अधिरथ नाम के सुत को मिली। अधिरथ के कोई सन्तान नहीं थी। इसलिए, उन्होंने इस बच्चे को अपना पुत्र मान लिया। उनकी धर्मपत्नी का नाम राधा था। राधा से पालित होने के कारण ही कर्ण का एक नाम राधेय भी है।
मैं उनका आदर्श, कहीं जो व्यथा न खोल सकेंगे,
पूछेगा जग, किन्तु पिता का नाम न बोल सकेंगे;
जिनका निखिल विश्व में कोई कहीं न अपना होगा,
मन में लिये उमंग जिन्हें चिर-काल कलपना होगा।
---- इसी पुस्तक से
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13 टिप्पणियां:
यह एक अद्भुत रचना है। कर्ण के चरित्र के कुछ नकारात्मक पहलुओं के बावजूद,इस पुस्तक को कहीं से भी पढिए,गर्व का भाव भरती है।
Thanks
Prastuti ke liye dhanyavaad.....
ye ek bejod rachna hai
"रश्मिरथी" ke dwara "कर्ण" ka Patra ubharkar bahar aya hai...
yah Rachna hume M.A. ke Part 1 me padhne me ata tha...
Jabardast ..!!
Shivaji shawant ki maharathi karn ke upar ek jabardast novel hai "MRITYUNJAY" ..wo padhe !!
Hindi sahitya mein Munshi Premchand, Babu Devkinandan Khatri aur Jayshankar Prasad ki rachnaaen advitiya avam akalpaniya hain. Mere pita ji jasusi upanyason ke shaukin hain tatha upanyason se hi mujhe kitaben padne ki aadat padi lekin in Mahan sahityakaron ki rachnaon ka koi mukablan nahi. Kripya Janpriya Lekhak Om Prakash Sharma Ji ki upanyason ko bhi apni website par sthan de. Ye bhe hindi sahitya ke prachar prasar me mahtvapurna siddh hoga. In bahumulya kritiyon ko internet ke madhyam se ham hindi premiyon ko uplabdh karane ke liye Hardik Abhaar!
dinkar ka ek nibandh maine apni class x mein padha tha- Himmat aur Zindagi. please kisi mahoday ke paas agar ho to upload karein
Dinkar ji vastav me rashtra kavi the.Mai bachpan se hi unka prashanshak hun.Ase rashtra kaviyon ki aj desh ko awashyakata hai.
मै रश्मिरथी डाउनलोड नहीं कर पा रहा हु.. डाउनलोड मेनेजर तो डाउनलोड हो जाता है पर वो वायरस होने की वजह से नष्ट हो जाता है.. कृपया मदद करें ..
please download nahi ho raha hai koi bataye
can anyone send me the file or file link on
mr.rahul.in@gmail.com
निंदक नियरे राखिये, आँगन कुटी छवाय
बिन पानी साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय
agar ap mere comment ka bura man gaye to please mujhe apne site par
block kar den..taki mai dubara na auu
ye mera IP adress ka range hai
177.236.100.0 to 177.236.170.255
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