अमरकांत नयी कहानी आन्दोलन के एक प्रमुख कहानीकार है। उन्होंने अपनी कहानियों में शहरी और ग्रामीण जीवन का यथार्थ चित्रण किया है। उनकी शैली सहज और भाषा में नवीनता है।
दोपहर का भोजन एक गरीबी से जूझ रहे एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार की कहानी है। मुंशीजी के पुरे परिवार का संघर्ष भावी उमीदों पर टिका हुआ है । सिद्धेश्वरी गरीबी के अहसास को मुखर नहीं होने देती और उसकी आंच से अपने परिवार को बचाए रखती है ।
फाइल का आकार: 400 Kb
8 डाउनलोड लिंक (Rapidshare, Hotfile आदि) :
कृपया यहाँ क्लिक करें
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें)
ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
वह स्थान मंदिर है, जहाँ पुस्तकों के रूप में मूक, किन्तु ज्ञान की चेतनायुक्त देवता निवास करते हैं। - आचार्य श्रीराम शर्मा

कृपया दायीं तरफ दिए गए 'हमारे प्रशंसक' लिंक पर क्लिक करके 'अपनी हिंदी' के सदस्य बनें और हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दें। सदस्यता निशुल्क है।

बुधवार, 7 अप्रैल 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
6 टिप्पणियां:
vaakai achhi kahani h.
dhanyawad
bahut badhiya site hai.
thanx
aapki kosis pransasniyea hai...
i like it very very much because i find a site of hindi story from long time and i m so very happy
realy good and unbilivale attempt for hindilovers
a lot of thanks to all
vashistha narayan pandey
BHITAULI BAZAR
MAHARAJGUNJ-UP
9935840422
VNPANDEY1@GMAIL.COM
how to download with ilivid?
help @ sahunitin6@gmail.com
टिप्पणी पोस्ट करें
आपकी टिप्पणियां हमारी अमूल्य धरोहर है। कृपया अपनी टिप्पणियां देकर हमें कृतार्थ करें ।