'अपनी हिंदी' के पाठकों के लिए एक ख़ास पेशकश है मन्नू भंडारी का अमर उपन्यास - "महाभोज" ।
मन्नू भंडारी (जन्म ३ अप्रैल १९३१) हिन्दी की सुप्रसिद्ध कहानीकार हैं। मन्नू भंडारी ने कहानियां और उपन्यास दोनों लिखे हैं। विवाह विच्छेद की त्रासदी में पिस रहे एक बच्चे को केंद्र में रखकर लिखा गया उनका उपन्यास `आपका बंटी' (१९७१) हिन्दी के सफलतम उपन्यासों में गिना जाता है। मन्नू भंडारी हिन्दी की लोकप्रिय कथाकारों में से हैं। नौकरशाही में व्याप्त भ्रष्टाचार के बीच आम आदमी की पीड़ा और दर्द की गहराई को उद्घाटित करने वाला उनका उपन्यास `महाभोज' (१९७९) अत्यधिक लोकप्रिय हुआ था।
फाइल का आकार: 21 Mb
8 डाउनलोड लिंक (Rapidshare, Hotfile आदि) :
कृपया यहाँ क्लिक करें
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें)
ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
वह स्थान मंदिर है, जहाँ पुस्तकों के रूप में मूक, किन्तु ज्ञान की चेतनायुक्त देवता निवास करते हैं। - आचार्य श्रीराम शर्मा

कृपया दायीं तरफ दिए गए 'हमारे प्रशंसक' लिंक पर क्लिक करके 'अपनी हिंदी' के सदस्य बनें और हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दें। सदस्यता निशुल्क है।

रविवार, 18 अप्रैल 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
5 टिप्पणियां:
अच्छी जानकारी।
बहुत बहुत धन्यवाद कि आपके सौजन्य से हिंदी के कई साहित्यकारों को पढ़ने का मौक़ा मिला.
एक शिकायत भी है कि उपन्यास "महाभोज" और "एक कहानी ये भी " अधूरे हैं.कृपया पूरा पढवाने की चेष्ठा करें.
पुस्तके डाउनलोड नहीं हो रही. कृपया सहायता करें
कृपया डाउनलोड लिंक देने कि कृपा करें.
😟😟
टिप्पणी पोस्ट करें
आपकी टिप्पणियां हमारी अमूल्य धरोहर है। कृपया अपनी टिप्पणियां देकर हमें कृतार्थ करें ।