वह स्थान मंदिर है, जहाँ पुस्तकों के रूप में मूक, किन्तु ज्ञान की चेतनायुक्त देवता निवास करते हैं। - आचार्य श्रीराम शर्मा
कृपया दायीं तरफ दिए गए 'हमारे प्रशंसक' लिंक पर क्लिक करके 'अपनी हिंदी' के सदस्य बनें और हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दें। सदस्यता निशुल्क है।
Author: Admin
| Posted at: 8:29 am |
Filed Under: कविता
|
'खाई के परे" श्री मोतीलाल का काव्य संग्रह है। इस काव्य संग्रह में एक से बढ़कर एक कविताओं का संकलन है। सभी कवितायेँ सुंदर है। आशा है, पाठकों को अवश्य पसंद आएगी।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
प्रस्तुत पुस्तक में प्रेरणादायक हिंदी सूक्तियों का संग्रह दिया गया है। इनका संग्रह अनुनाद द्वारा किया गया है.
"अच्छा वक्ता बनना है तो अच्छे श्रोता बनो, अच्छा लेखक बनना है तो अच्छे पाठक बनो, अच्छा गुरू बनना है तो अच्छे शिष्य बनो, अच्छा राजा बनना है तो अच्छा नागरिक बनो अच्छा स्वामी बनना है तो अच्छे नौकर बनो" - संकलित
ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
प्रस्तुत पुस्तक में 100 श्रेष्ठ बाल गीतों का संकलन है। ये सभी बाल गीत विभिन्न कवियों द्वारा लिखे गए है । सभी गीत रोचक और विविधतापूर्ण है। ये गीत मनोरंजन के साथ-साथ बच्चों को नैतिक शिक्षा भी प्रदान करते है। देशप्रेम, साहस, प्रेमभाव जैसे गुण इन गीतों के द्वारा बच्चों में आसानी से डाले जा सकते है। सचित्र होने के कारण इनको समझना और भी आसान हो जाता है।
सभी गीत अत्यंत सरल भाषा में है। पुस्तक के अंत में सभी कवियों का परिचय भी दिया गया है।
बाल-गीत बच्चों के जीवन में एक अहम् स्थान रखते है। गीतों के द्वारा बच्चों को कही गयी बात जल्दी असर करती है । बचपन में पढ़े सुने गए गीतों का प्रभाव सारी उम्र बच्चों पर रहता है।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
आज 'अपनी हिंदी' में प्रस्तुत है श्री पी. एन. ओक कीपुस्तक- "क्रिश्चयनिटी कृष्ण-नीतिहै" ।
पुरुषोत्तम नागेश ओक, (2 मार्च,1917-7 दिसंबर,2007), जिन्हें लघुनाम श्री०पी. एन.ओक ने नाम से जाना जाता है, एक प्रसिद्ध भारतीय इतिहास लेखक थे।
उन्हीं की एक पुस्तक में दिये उनके परिचय के अनुसार, श्री ओक का जन्म इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था। द्वितीय विश्व युद्ध के सम्य उन्होंने इंडियन नेशनल आर्मी में प्रविष्टि ली, जिसके द्वारा इन्होंने जापानियों के संग अंग्रेज़ों से लड़ाई की थी। इन्होंने कला में स्नातकोत्तर (एम.ए.) एवं विधि स्नातक (एल.एल.बी.) की डिग्री मुंबई विश्वविद्यालय से ली थीं। सन 1947 से 1953 तक ये हिंदुस्तान टाइम्स एवं द स्टेट्स्मैन समाचार पत्रों के रिपोर्टर रहे। १९५३-१९५७ तक इन्होंने भारतीय केन्द्रीय रेडियो एवं जन मंत्रालय में कार्य किया। 1959 से 1957 तक इन्होंने भारत में अमरीकी दूतावास में कार्य किया।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
दीपावली अथवा दीवाली, प्रकाश उत्सव है, जो सत्य की जीत व आध्यात्मिक अज्ञान को दूर करने का प्रतीक है। शब्द "दीपावली" का शाब्दिक अर्थ है दीपों (मिट्टी के दीप) की पंक्तियां। यह हिंदू कलेन्डर का एक बहुत लोकप्रिय त्यौहार है। यह कार्तिक के 15वें दिन (अक्तूबर/नवम्बर) में मनाया जाता है। यह त्यौहार भगवान राम के 14 वर्ष के बनवास के बाद अपने राज्य में वापस लौटने की स्मृति में मनाया जाता है।
भारत के सभी त्यौहारों में सबसे सुन्दर दीवाली प्रकाशोत्सव है। गलियां मिट्टी के दीपकों की पंक्तियों से प्रकाशित की जाती हैं तथा घरों को रंगों व मोमबत्तियों से सजाया जाता है। यह त्यौहार नए वस्त्रों, दर्शनीय आतिशबाजी और परिवार व मित्रों के साथ विभिन्न प्रकार की मिठाइयों के साथ मनाया जाता है। चूंकि यह प्रकाश व आतिशबाजी, खुशी व आनन्दोत्सव दैव शक्तियों की बुराई पर विजय की सूचक है।
भगवती लक्ष्मी (विष्णु की पत्नी), जो कि धन और समृद्धि की प्रतीक हैं, उन्हीं की इस दिन पूजा की जाती है। पश्चिमी बंगाल में यह त्यौहार काली पूजा के रूप में मनाया जाता है। काली जो शिवजी की पत्नी हैं, की पूजा दीवाली के अवसर पर की जाती है।
हिंदीकीप्रतिनिधिकहानियां- एक कहानी संग्रह है जिसमे हिंदी की श्रेष्ठ 15 कहानियों का संकलन है। सभी कहानियां हिंदी के प्रसिद्ध कहानीकारों द्वारा लिखी गयी है। अलग-अलग शैली की ये कहानियां पढने में रोचक है, तथा पाठकों के मन को झकझोरती है।
पाठकों की सुविधा के लिए कहानियों की सूची नीचे दी गयी है।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
Author: Admin
| Posted at: 11:21 am |
Filed Under: इतिहास,
शोध
|
गाँधी जयंती' के अवसर पर प्रस्तुत है पुस्तक -देवदूतगाँधी।
'देवदूत गाँधी' पुस्तक में गांधीजी के ऊपर लिखे गए दुर्लभ लेखों का संग्रह है। ये लेख देश-विदेश की जानी मानी हस्तियों ने गांधीजी के ऊपर लिखे थे और विभिन्न समाचार पत्रों-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है।
इन लेखों कोजवाहरलालनेहरु, डॉराजेंद्रप्रसाद, डॉराधाकृष्णन, श्रीमहादेवभाईदेसाई, रोमारोलां इत्यादि मशहूर हस्तियों ने लिखा है। कुछ लेख गांधीजी के जीवन काल में लिखे गए थे और कुछ उनकी मृत्यु के बाद ।
इस पुस्तक को पढ़कर आपको गाँधी जी के बारे में बहुत कुछ जानने को मिलेगा।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) येपुस्तकआपकोकैसीलगी? कृपयाअपनीटिप्पणियांअवश्यदें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
पिछले कुछ समय से मंदिर-मस्जिद विवाद के चलते अयोध्या लगातार सुर्ख़ियों में है। इसलिए अयोध्या के इतिहास से परिचित करवाने के लिए हम आपके लिए लेकर आये है पुस्तक - अयोध्याकाइतिहास। इसमें अयोध्या के प्राचीन समय के इतिहास से लेकर वर्तमान काल तक का इतिहास दिया गया है।
अयोध्या उत्तर प्रदेश प्रान्त का एक शहर हॅ। यह फैजाबाद जिला के अन्तर्गत आता है। रामजन्मभूमि अयोध्या उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के दाएं तट पर बसा है। प्राचीन काल में इसे कौशल देश कहा जाता था।
अयोध्या हिन्दुओं का प्राचीन और सात पवित्र तीर्थस्थलों में एक है। अथर्ववेद में अयोध्या को ईश्वर का नगर बताया गया है और इसकी संपन्नता की तुलना स्वर्ग से की गई है।
रामायण के अनुसार अयोध्या की स्थापना मनु ने की थी। कई शताब्दियों तक यह नगर सूर्यवंशी राजाओं की राजधानी रहा। अयोध्या मूल रूप से मंदिरों का शहर है। यहां आज भी हिन्दू, बौद्ध, इस्लाम और जैन धर्म से जुड़े अवशेष देखे जा सकते हैं। जैन मत के अनुसार यहां आदिनाथ सहित पांच र्तीथकरों का जन्म हुआ था।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) येपुस्तकआपकोकैसीलगी? कृपयाअपनीटिप्पणियांअवश्यदें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book, ayodhya ka Itihaas ]
'कौन कहता है अकबर महान था?' श्री पुरुषोत्तम नागेश ओक की पुस्तक है। इसमें उन्होंने ये साबित करने की कोशिश की है कि अकबर एक दुराचारी राजा था और उसने काफी अत्याचार भारतीय जनता पर किये थे। इसके विषय में उन्होंने कई प्रमाण भी दिए है.इसमें उन्होंने ये साबित करने की कोशिश की है कि अकबर एक दुराचारी राजा था और उसने काफी अत्याचार भारतीय जनता पर किये थे।
ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book, P. N. Oak Books, Kaun Kehta hai akbar mahaan tha ]
'आखिर जीत हमारी' एक ऐतिहासिक उपन्यास है । इसमें हूणों के भारत पर आक्रमण और उनके खिलाफ भारतीयों के संघर्ष की कहानी दी गयी है। उपन्यास अत्यंत रोचक है और कथावस्तु अत्यंत रोमांचक है।
इसमें हूणों के भारत पर आक्रमण और उनके खिलाफ भारतीयों के संघर्ष की कहानी दी गयी है। इसे आप एक बार पढना शुरू करेंगे तो ख़तम करके ही छोड़ेंगे।
इसे हमारे पास श्री अक्षय कुमार ओझा ने भेजा है। इसके लिए हम उनका धन्यवाद् अर्पित करते है।
ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
Author: Admin
| Posted at: 11:11 am |
Filed Under: इतिहास,
पी.एन. ओक,
शोध
|
श्री पी.एन. ओक अपनी विवादास्पद पुस्तक'ताजमहलमंदिरभवनहै' में 100 सेभी अधिक प्रमाण एवं तर्क देकर दावा करते हैं कि ताजमहल वास्तव में शिवमंदिर है जिसका असली नाम तेजोमहालय है|
उन्होंने कहा है कि ताज किसी मुमताज की कब्रगाह नहीं बल्कि हिन्दुओं का देव स्थान " शिव मन्दिर" था। और इसका वास्तविक नाम तेजो महालय है। आपने छानबीन के दौरान उन्होंने ये जाना कि तेजो महालय , शाह जहाँ ने जयपुर के राजा जय सिन्ह से हड़प लिया था। ये तो अपने बादशाह-नामा में भी शाह जहाँ ने कबूला है कि एक बेहद खूबसूरत इमारत उन्होंने ली थी, मुमताज की कब्रगाह बनने के लिए।
श्री पी.एन. ओक के तर्कों औरप्रमाणों के समर्थन करने वाले छायाचित्रों का संकलन भी है।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) येपुस्तकआपकोकैसीलगी? कृपयाअपनीटिप्पणियांअवश्यदें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
कुमार विश्वास का जन्म 10 फ़रवरी (वसंत पंचमी), 1970 को पिअखुआ (ग़ाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश) में हुआ था। चार भाईयों और एक बहन में सबसे छोटे कुमार विश्वास ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा लाला गंगा सहाय स्कूल, पिलखुआ में प्राप्त की। उनके पिता डा चन्द्रपाल शर्मा आर एस एस डिग्री कालेज (चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से सम्बद्ध), पिलखुआ में प्रवक्ता रहे। उनकी माता श्रीमती रमा शर्मा गृहिणी हैं। राजपूताना रेजिमेंट इंटर कालेज से बारहवीं में उनके उत्तीर्ण होने के बाद उनके पिता उन्हें इंजीनियर (अभियंता) बनाना चाहते थे। डा कुमार विश्वास का मन मशीनों की पढाई में नहीं रमा, और उन्होंने बीच में ही वह पढाई छोड़ दी। साहित्य के क्षेत्र में आगे बढने के ख्याल से उन्होंने स्नातक और फिर हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर किया, जिसमें उन्होंने स्वर्ण-पदक प्राप्त किया। तत्प्श्चात उन्होंने "कौरवी लोकगीतों में लोकचेतना" विषय पर पीएचडी प्राप्त किया। उनके इस शोध-कार्य को 2001 में पुरस्कृत भी किया गया।डा कुमार विश्वास हिन्दी भाषा के एक अग्रणी कवि हैं। श्रंगार रस के गीत इनकी विशेषता है।
डा कुमार विश्वास ने अपना कैरियर राजस्थान में प्रवक्ता के रूप में 1994 मे शुरू किया। तत्पश्वात वो अब तक महाविद्यालयों में अध्यापन कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही डा विश्वास हिन्दी कविता मंच के सबसे व्यस्ततम कवियों में से हैं। उन्होंने अब तक हज़ारों कवि-सम्मेलनों में कविता पाठ किया है। साथ ही वह कई पत्रिकाओं में नियमित रूप से लिखते हैं। डा विश्वास मंच के कवि होने के साथ साथ हिन्दी फ़िल्म इंडस्ट्री के गीतकार भी हैं। उनके द्वार लिखे गीत अगले कुछ दिनों में फ़िल्मों में दिखाई पड़ेगी। उन्होंने आदित्य दत्त की फ़िल्म 'चाय-गरम' में अभिनय भी किया है।
पेशहैउनकीएकऔरकविता: "जो धरती से अम्बर जोड़े उसका नाम मोहब्बत है..."
वीडियो:
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
अटल बिहारी वाजपेयी(जन्म २५ दिसंबर, १९२४) भारत के पूर्व प्रधान मंत्री हैं। वह भारतीय जनसंघ की स्थापना करने वालों में से एक है और १९६८ से १९७३ तक वह उसके अध्यक्ष भी रहे थे। वह जीवनभर भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे। उन्होने लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन किया। इसके अतिरिक्त वे एक ओजस्वी एवं पटु वक्ता (ओरेटर) एवं प्रसिद्ध हिन्दी कवि भी हैं।
प्रस्तुत है अटल बिहारी वाजपेयी की कविता - उंचाई ।
इसे हमारे पास श्री पवन कुमार जी ने भेजा है। पवन कुमार जी, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद्।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) येपुस्तकआपकोकैसीलगी? कृपयाअपनीटिप्पणियांअवश्यदें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
महेन्द्र भटनागरजी वरिष्ठ रचनाकार है जिनका हिन्दी व अंग्रेजी साहित्य पर समान दखल है। सन् 1941 से आरंभ आपकी रचनाशीलता आज भी अनवरत जारी है। आपकी प्रथम प्रकाशित कविता 'हुंकार' है; जो 'विशाल भारत' (कलकत्ता) के मार्च 1944 के अंक में प्रकाशित हुई। आप सन 1946 से प्रगतिवादी काव्यान्दोलन से सक्रिय रूप से सम्बद्ध रहे हैं तथा प्रगतिशील हिन्दी कविता के द्वितीय उत्थान के चर्चित हस्ताक्षर माने जाते हैं। समाजार्थिक यथार्थ के अतिरिक्त आपके अन्य प्रमुख काव्य-विषय प्रेम, प्रकृति, व जीवन-दर्शन रहे हैं। आपने छंदबद्ध और मुक्त-छंद दोनों में काव्य-सॄष्टि की है। आपका अधिकांश साहित्य 'महेंद्र भटनागर-समग्र' के छह-खंडों में एवं काव्य-सृष्टि 'महेंद्रभटनागर की कविता-गंगा' के तीन खंडों में प्रकाशित है। अंतर्जाल पर भी आप सक्रिय हैं।
प्रस्तुत पुस्तक में उनकी ५५ कविताओं का संकलन है। अवश्य पढ़ें।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
ये कविता आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
प्रस्तुत पुस्तक में चुनी हुई आदिवासी लोक कथाएँ दी गयी है जो अत्यंत मनोरंजक और ज्ञानवर्धक है। पुस्तक बच्चों और बड़ो दोनों का ही मनोरंजन करने में सक्षम है। अवश्य पढ़ें ।
(डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
आपकी प्रिय वेबसाइट 'अपनीहिंदी' अब एक नए स्वरुप में आपके सामने है। 'अपनी हिंदी' को और अधिक उपयोगी और आकर्षक बनाने के लिए हमने इसके स्वरुप में परिवर्तन किया है।
'अपनीहिंदी 'मेंकियेगएपरिवर्तनोंकीसूची:
1. 'अपनी हिंदी' के डिजाईन में परिवर्तन किया गया है। इसका डिजाईन पहले से अधिक उपयोगी और आकर्षक बनाने की कोशिश की गयी है।
2. अब आप किसी भी पुस्तक को लेखकानुसार और वर्गानुसार ढूंढ सकते है। पाठकों की सुविधा के लिए यह कदम उठाया गया है।
3. 'मल्टीमीडिया' के अंतर्गत आप साहित्यिक वीडियो, फोटो और स्क्रीनसेवर डाउनलोड कर सकते है ।
4. 'लेखक-परिचय' के अंतर्गत हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध लेखकों का जीवन परिचय दिया जायेगा।
5. 'नियमितपाठक' स्तम्भ के अंतर्गत हमारे नियमित पाठकों और 'अपनी हिंदी' में योगदान देने वालों के बारे में बताया जायेगा। अधिक जानकारी के लिए 'नियमित पाठक' लिंक पर क्लिक करें।
6. 'आपकीफरमाइश' के अंतर्गत आपकी फरमाइश शामिल की जाएगी।
7. 'आगामीआकर्षण' के अंतर्गत आने वाले दिनों में प्रकाशित होने वाली पुस्तकों की जानकारी दी जाएगी।
आपको 'अपनी हिंदी' का ये नया रूप कैसा लगा? अपनी टिप्पणियों के द्वारा हमें अवगत करवाएं।
'अपनी हिंदी' का प्रयास है कि हिंदी साहित्य से सम्बंधित सभी प्रकार की सामग्री अपने पाठकों को उपलब्ध करवाई जाये।
इसलिए हम आज से एक नयी सेवा शुरू कर रहे है जिसके अंतर्गत हम हिंदी साहित्य से सम्बंधित तस्वीरें अपने पाठकों को उपलब्ध करवाएंगे।
इस कड़ी में पहली बार प्रस्तुत है उपन्यास सम्राट 'प्रेमचंद' की कुछ दुर्लभ तस्वीरों का संग्रह। आशा है, आपको पसंद आएगा। आपभीहिंदीसाहित्यसेसम्बंधिततसवीरेंहमारीई-मेल (apnihindi [at] gmail.com) परभेजसकतेहै।
डाउनलोड करने में कोई परेशानी हो तो कृपया यहाँ क्लिक करें) ये पुस्तक आपको कैसी लगी? कृपया अपनी टिप्पणियां अवश्य दें।
[ Keywords: Free hindi books, Free hindi ebooks, Free hindi stories, Hindi stories pdf, Hindi PDF Books, Hindi sahitya , Hindi kahani, Hindi e books, Hindi e book, free hindi novels, Hindi Text Book ]
अक्सर शुभ अवसरों पर गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखी गईरामचरितमानसकेसुंदरकांड का पाठ करने का महत्व माना गया है। ज्यादा परेशानी हो, कोई काम नहीं बन रहा हो, आत्मविश्वास की कमी हो या कोई और समस्या कई ज्योतिषी और संत भी लोगों को ऐसी स्थिति में सुंदरकांड का पाठ करने की राय देते हैं।
वास्तव में रामचरितमानस के सुंदरकांड की कथा सबसे अलग है। संपूर्ण रामचरितमानस भगवान राम के गुणों और उनकी पुरुषार्थ से भरे हैं। सुंदरकांड एकमात्र ऐसा अध्याय है जो भक्त की विजय का कांड है। मनोवैज्ञानिक नजरिए से देखा जाए तो यह आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति बढ़ाने वाला कांड है।
हनुमान जो कि जाति से वानर थे, वे समुद्र को लांघकर लंका पहुंच गए और वहां सीता की खोज की। लंका को जलाया और सीता का संदेश लेकर लौट आए। यह एक आम आदमी की जीत का कांड है, जो अपनी इच्छाशक्ति के बल पर इतना बड़ा चमत्कार कर सकता है। इसमें जीवन में सफलता के महत्वपूर्ण सूत्र भी हैं। इसलिए पूरी रामायण में सुंदरकांड को सबसे श्रेष्ठ माना जाता है क्योंकि यह व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ाता है।
हनुमान चालीसातुलसीदास की एक काव्यात्मक कृति है, जिसमें प्रभु राम के महान् भक्त हनुमान के गुणों एवं कार्यों का चालीस चौपाइयों में वर्णन है। यह अत्यन्त लघु रचना है जिसमें पवनपुत्र श्री हनुमान जी की सुन्दर स्तुति की गई है। इसमें बजरंग बली की भावपूर्ण वंदना तो है ही, श्रीराम का व्यक्तित्व भी सरल शब्दों में उकेरा गया है।
हम चाहते है कि हम दुर्लभ हिन्दी साहित्य को हिंदुस्तान के घर-घर तक पहुंचाएं। इसके लिए हमें आप जैसे पाठकों केसहयोगऔरविश्वासकी जरूरत है। आखिर 'अपनी हिंदी' आपकीहीतोहै, आपकेलिएहीतोहै। आज अगर इन्टरनेट पर 'अपनी हिंदी' हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में जाना-पहचाना नाम है तो उसके पीछे आप लोग ही है।हमतोबसनिमितमात्रहै।
1. अगर आप नएपाठक है तो इस ब्लॉग की सभी पुरानी पोस्ट अवश्य देखें। इनमे आपको डाउनलोड करने के लिए बहुत सारी अच्छी पुस्तकें मिलेगी।
2. इस ब्लॉग पर अपने कमेंट्सजरूर दीजिये। इससे हमें आपकी फरमायश का पता लगता रहता है और हमें इस ब्लॉग को आपकी पसंद के हिसाब से बनाने में मदद मिलती है।
3. हमारीRSS feed केसदस्यबनियें। इससे आपको हमारे ब्लॉग की नई updates का पता करने में आसानी रहेगी ।
4. इस ब्लॉग का अनुसरणकरें(follow करें)। इसके लिए ऊपर दायीं तरफ लिंक दिया हुआ है।सिर्फउन्हीपाठकोंकी Request परगौरकियाजायेगाजोइसब्लॉगकाअनुसरणकरतेहै।
5 . 'अपनी हिंदी' के बारे में अपने दोस्तों/परिचितों को बताएं . जितने ज्यादा लोग 'अपनी हिंदी' के बारे में जानेगे, उतना ही 'अपनी हिंदी' पर उनका योगदान बढेगा और आपको नयी-नयी पुस्तकें पढने को मिलेगी. इसके लिए हर पोस्ट के नीचे एक 'Tell-a-Friend" लिंक दिया हुआ है. इस पर क्लिक करके आप अपने दोस्तों को 'अपनी हिंदी' के बारे में ईमेल कर सकते है.
हमआपकोविश्वासदिलातेहैकि हम इसीसेवा-भावनाकेसाथआपकोनयी-नयीदुर्लभपुस्तकेंउपलब्धकरवातेंरहेंगे और हिंदी भाषा की सेवा करते रहेंगे ।
आप सभी के ई-मेल हमें लगातार मिल रहे है, जिसके लिए हम आपके आभारी है।
आपके पत्रों में बहुत सी फरमाइश और सुझाव होते है। हम आपको विश्वाश दिलाते है कि आप सभी की मनचाही पुस्तकें हम अवश्य उपलब्ध करवाएंगे। हाँ, इसमें समय जरूर लग सकता है। इसलिए कृपया धैर्य बनाये रखें।
अगर आप भी हमसे सम्पर्क करना चाहते है तो ऊपर दिए गए लिंक ' सम्पर्क' पर क्लिक करें।
अगर आपका अकाउंट Twitter पर नहीं है तो आप इस लिंक पर क्लिक करके अपना khata खोल सकते है। Twitter एक Micro Blogging Service है। जो आपको अन्य लोगों से जुड़ने का मौका देती है।
धर्मवीर भारती का काव्य नाटक अंधा युग भारतीय रंगमंच का एक महत्वपूर्ण नाटक है। महाभारत युद्ध के अंतिम दिन पर आधारित यह् नाटक चार दशक से भारत की प्रत्येक भाषा में मंचित हो रहा है। इब्राहीम अलकाजी, एम के रैना, रतन थियम, अरविन्द गौड़, राम गोपाल बजाज, मोहन महर्षि और कई अन्य भारतीय रंगमंच निर्देशको ने इसका मंचन किया है ।
इसमें युद्ध और उसके बाद की समस्याओं और मानवीय महात्वाकांक्षा को प्रस्तुत किया गया है। नए संदर्भ और कुछ नवीन अर्थों के साथ अंधा युग को लिखा गया है । हिन्दी के सबसे महत्वपूर्ण नाटकों में से एक अंधा युग में धर्मवीर भारती ने ढेर सारी संभावनाएँ रंगमंच निर्देशको के लिए छोड़ी हैं। कथानक की समकालीनता नाटक को नवीन व्याख्या और नए अर्थ देती है । नाट्य प्रस्तुति मे कल्पनाशील निर्देशक नए आयाम तलाश लेता है। तभी इराक युद्ध के समय निर्देशक अरविन्द गौड़ ने आधुनिक अस्त्र-शस्त्र के साथ इसका मन्चन किया ।
काव्य नाटक अंधा युग में कृष्ण के चरित्र के नए आयाम और अश्वत्थामा का ताकतवर चरित्र है, जिसमें वर्तमान युवा की कुंठा और संघर्ष उभरकर सामने आता है। इसेहमारीनियमितपाठिका 'प्रिंसेसकौशल्या' नेभेजाहै, जिसकेलिएहमइनकेआभारीहै।
'उस रात की बात' लक्ष्मीकांत वर्मा का एक प्रसिद्ध नाटक है।
लक्ष्मीकांत वर्मा का जन्म बस्ती (उ.प्र.) में हुआ। शिक्षा उर्दू, फारसी से प्रारंभ हुई तथा लेखन हिन्दी से। पहले राजनीति में सक्रिय रहे, किंतु पिछले 30 वर्षों से स्वतंत्र लेखन में संलग्न हैं। इनकी लेखनी गजल, कहानी, उपन्यास, निबंध, नाटक, कविता, सभी साहित्यिक विधाओं पर चली है। इनकी मुख्य कृतियां हैं : 'नए प्रतिमान, 'आदमी का जहर, 'धुएं की लकीरें, 'सीमांत के बादल तथा 'अतुकांत। ये कविता में मानव के खण्डित व्यक्तित्व को व्यक्त करना चाहते हैं।
'हरादरवाजा' अमेरिकन कहानी लेखकओ. हेनरी (या विलियम सिडनी पोर्टर) की एक प्रसिद्ध कहानी है ।
सोलह वर्ष की उम्र में उन्होने स्कूल छोड़ दिया, पर उनकी पढ़ने-लिखने की आतुरता नहीं छूटी। बचपन में उन्होने ग्रीन्सबरो की एक दवाइयों की दुकान में काम किया था, जहां अब तक उसकी जयन्ती मनायी जाती है। उन्नीस वर्ष की अवस्था में वह अपना स्वास्थ्य सुधारने के लिए टेक्सास प्रदेश के गोचरों में रहने चला गया। वहां उसने घुड़सवारी सीख ली और जंगली, अड़ियल घोड़ो को भी वश में करने लगा। फ़िर ऑस्टिन में उसे एक खेती-बाड़ी के दफ़्तर में नौकरी मिल गयी।
आपने आस-पास के चित्रमय जीवन की जिन वस्तुओं का भी उसे परिचय हुआ, वे सब की सब उसकी कहानियों में छन आयीं। यही कारण है कि उसकी कहानियां अधिकतर चरागाहों के प्रदेश, मध्य अमरीका या न्यूयार्क में घटित होती है। शहरी जीवन की कहानियों में जिनके लिए वह प्रसिद्ध है, जीवन की विडम्बनाओं कीस्वीक्रति हैं। वे उनके अपने कटु अनुभवों के प्रतिबिम्ब हैं।
'कोणार्क' जगदीशचन्द्रमाथुरकाएकप्रसिद्धनाटकहै। यह नाटक कोणार्क के सूर्य मंदिर पर आधारित है ।
कोणार्क का सूर्य मंदिर (जिसे अंग्रेज़ी में ब्लैक पगोडा भी कहा गया है), भारत के उड़ीसा राज्य के पुरी जिले के पुरी नामक शहर में स्थित है। इसे लाल बलुआ पत्थर एवं काले ग्रेनाइट पत्थर से १२३६– १२६४ ई।पू. में गंग वंश के राजा नृसिंहदेव द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर, भारत की सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। इसे युनेस्को द्वारा सन १९८४ में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
कलिंग शैली में निर्मित यह मंदिर सूर्य देव(अर्क) के रथ के रूप में निर्मित है। इस को पत्थर पर उत्कृष्ट नक्काशी करके बहुत ही सुंदर बनाया गया है। संपूर्ण मंदिर स्थल को एक बारह जोड़ी चक्रों वाले, सात घोड़ों से खींचे जाते सूर्य देव के रथ के रूप में बनाया है। मंदिर अपनी शिल्पाकृतियों के लिये भी प्रसिद्ध है। इसेहमारेपासप्रिंसेस कौशल्यानेभेजाहै। आशाहै, आपकोपसंदआएगा।